Spreadtalks Webteam : नई दिल्ली: Alcohol News, नकली शराब बनाने में एथनॉल की जगह स्पिरिट, मिथाइल अल्कोहल, एथिल अल्कोहल, यूरिया, ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन जैसे कई केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है.
जहरीली शराब पीने से आए दिन लोगों की मौत हो जाती है। बीते दिनों बिहार से कई ऐसी खबरें आईं, जिसने सभी को हैरान कर दिया. अब सवाल उठता है कि लोग नकली शराब को पहचान क्यों नहीं पाते। अगर किसी तरह लोग नकली और असली शराब में फर्क समझ लें तो उनकी जान भी बच सकती है और नकली शराब का कारोबार करने वालों का भंडाफोड़ भी हो सकता है. तो चलिए आज के इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं, जिनकी मदद से आप असली और नकली शराब की पहचान कर सकेंगे।
पहले दोनों शराबों में अंतर जान लीजिए
दरअसल, असली शराब बनाने में जिस केमिकल का इस्तेमाल होता है, उसे इथेनॉल कहा जाता है। सबसे खास बात यह है कि कंपनियां असली शराब बनाने के लिए इस केमिकल का इस्तेमाल एक तय मात्रा में करती हैं। जबकि नकली शराब बनाने में इथेनॉल की जगह स्पिरिट, मिथाइल अल्कोहल, एथिल अल्कोहल, यूरिया, ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन जैसे कई केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है. इन रसायनों की मात्रा बढ़ने से शराब जहरीली हो जाती है।
अब समझिए नकली और असली की पहचान कैसे करें
नकली शराब बनाने वाले इतने हाईटेक हो गए हैं कि नकली शराब का रंग, स्वाद और गंध इस तरह से तैयार कर लेते हैं जैसे वह असली शराब हो. हालांकि इसके बावजूद अगर आप थोड़ी सी भी सावधानी बरतें तो आप नकली शराब की पहचान कर सकते हैं। सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात यह है कि जब भी आप शराब खरीदें तो आधिकारिक दुकान से ही खरीदें।
सरकारी दुकान से शराब खरीदने पर नकली शराब मिलने की संभावना बहुत कम हो जाती है। इसके साथ ही आप नकली शराब की पहचान उसकी पैकेजिंग से भी कर सकते हैं। आप देखेंगे कि नकली शराब की पैकेजिंग बहुत घटिया होगी और उसके नाम की स्पेलिंग भी भ्रमित करने वाली होगी। साथ ही नकली शराब की बोतलों की सील कई बार तोड़ी जाती है।
नकली शराब पीने से क्या होगा
अगर आप गलती से भी जहरीली शराब पी लेते हैं तो आपके शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। कई बार स्थिति इतनी विकट हो जाती है कि मौत तक हो जाती है। आपको बता दें कि अगर आपने गलती से जहरीली शराब का सेवन कर लिया है तो आपके शरीर में भ्रम, उल्टी, दौरे, कमजोरी, असंतुलित सांस, दमकती त्वचा, हाइपोथर्मिया और बेहोशी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। इन लक्षणों को सही समय पर पहचान कर आप मरीज की जान बचा सकते हैं।