Spreadtalks Webteam: नई दिल्ली:- केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में अटल पेंशन योजना में बदलाव किए गए थे। 1 अक्टूबर से हुए बदलावों के तहत इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वाला कोई भी व्यक्ति अटल पेंशन योजना में योगदान नहीं कर सकता है. तभी से चर्चा थी कि इस योजना के तहत पेंशन राशि बढ़ाई जा रही है। पेंशन कोष नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) ने भी इस संबंध में वित्त मंत्रालय से सिफारिश की थी। अब सरकार की तरफ से भी जवाब आया है.
अटल पेंशन योजना योजना क्या है?
अटल पेंशन योजना (APY) सभी भारतीयों, विशेष रूप से गरीबों, वंचितों और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए एक सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा प्रणाली बनाने के लिए 09.05.2015 को शुरू की गई थी। APY को पेंशन फंड नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) द्वारा प्रशासित किया जाता है।
अटल पेंशन योजना का लाभ कौन ले सकता है?
अटल पेंशन योजना का लाभ देश के किसी भी बैंक या पोस्टऑफिस के माध्यम से उठाया जा सकता है. इस योजना के तहत सब्सक्राइबर को उसके कंट्रीब्यूशन के आधार पर 60 साल की उम्र होने के बाद बाद हर महीने 1000 रुपये से 5000 रुपये तक के पेंशन की गारंटी मिलती है. सब्सक्राइबर की मौत हो जाने पर योजना का लाभ उसके नॉमिनी को मिलता है.
मृत्यु के बाद कितना पैसा मिलता है?
योजना के अंतर्गत सामान्य मृत्यु होने पर आयु 45 वर्ष या उससे कम होने पर रू. 75 हजार, आयु 45 वर्ष से अधिक होने पर रू. 25 हजार, दुर्घटना में मृत्यु होने पर रू. 1 लाख की सहायता राशि देय है।
अटल पेंशन योजना के लिए कौन पात्र नहीं है?
अटल पेंशन योजना के लिए केवल 18 से 40 वर्ष के लोग ही सब्सक्रिप्शन ले सकते है, लेकिन इस उम्र के समूह में भी कुछ विशेष पेशे के ऐसे लोग है, जो इस योजना के लिए पात्र नहीं है, जैसे – EPFO 1952, कोयला खान भविष्य निधि विविध प्रावधान अधिनियम 1948, असम चाय बागान निधि, जम्मू कश्मीर कर्मचारी भविष्य निधि अधिनियम 1961, आदि
पेंशन राशि में कोई वृद्धि नहीं
सरकार की ओर से दिए गए जवाब में ऐसी किसी भी योजना को खारिज कर दिया गया है जिसमें अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन की राशि बढ़ाने का प्रस्ताव किया गया हो. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने कहा है कि अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन राशि में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. लोकसभा में एक सवाल के जवाब में भागवत कराड ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन राशि नहीं बढ़ाने का फैसला किया है.
सीधा असर खाताधारकों पर पड़ेगा
भागवत कराड ने बताया कि अगर सरकार द्वारा पेंशन की राशि बढ़ाई जाती है तो इसका सीधा असर खाताधारकों पर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि पेंशन की राशि बढ़ने से खाताधारकों द्वारा किए गए निवेश की किस्त भी बढ़ेगी। ऐसे में उन पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। आपको बता दें कि APY में सब्सक्राइबर बेस में बढ़ोतरी को देखते हुए PFRDA की ओर से अटल पेंशन योजना के तहत पेंशन बढ़ाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया था.
पेंशन स्लैब 1,000 रुपये से 5,000 रुपये
आपको बता दें कि सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के लिए इस योजना की शुरुआत की थी. वर्तमान में, योजना में निवेश करने के लिए 1,000 रुपये से लेकर 5,000 रुपये तक के 5 पेंशन स्लैब हैं। इसे बढ़ाकर 10 हजार रुपये करने की मांग की जा रही है। हालांकि सरकार ने ऐसा कोई कदम उठाने से इनकार किया है। नियमानुसार 18 वर्ष से 40 वर्ष की आयु का कोई भी व्यक्ति (आयकर दाताओं को छोड़कर) सरकार की इस पेंशन योजना में शामिल हो सकता है और 60 वर्ष की आयु के बाद 1000 रुपये से 5000 रुपये प्रति माह पेंशन प्राप्त कर सकता है।