Spreadtalks Webteam: पिपली :- BPL Ration Card Big Update, कुरुक्षेत्र जिले के अभिमन्युपुर में जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता सीएम मनोहर लाल खट्टर ने की। इस कार्यक्रम के दौरान सीएम मनोहर लाल ने संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए और कई बड़े ऐलान भी किए.
सीएम मनोहर लाल ने बताया कि राज्य सरकार लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए समय-समय पर विभिन्न योजनाओं में बदलाव करती रहती है. इन सुविधाओं का लाभ पात्र एवं इच्छुक व्यक्तियों को दिया जा रहा है। इसके अलावा सीएम ने बताया कि राज्य के गरीब परिवारों को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए नए राशन कार्ड बनाए जा रहे हैं.
बीपीएल राशन कार्ड के लिए महत्वपूर्ण नियम
सीएम ने जनसंवाद के दौरान कहा कि बीपीएल राशन कार्ड केवल उन्हीं परिवारों के बनेंगे जिनकी वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये से कम है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अब से बीपीएल राशन कार्ड बनवाने के लिए बिजली बिल की सीमा 12000 रुपये होगी.
यदि वार्षिक बिजली बिल 12000 रुपये से कम है तो ही बीपीएल राशन कार्ड बनाया जायेगा, जिनका वार्षिक बिजली बिल इससे अधिक होगा उनका बीपीएल राशन कार्ड नहीं बनाया जायेगा. इसके अलावा जिनका राशन कार्ड पहले से तय बिजली बिल के तहत काटा गया है, उन्हें इसी माह से राशन मिलना शुरू हो जाएगा, साथ ही नया बीपीएल राशन कार्ड भी मिल जाएगा।
जनसंवाद से पहले सीएम ने शिव पूजन किया
जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान सीएम ने राशन कार्ड बनाने में आ रही दिक्कतों का भी जिक्र किया. सीएम मनोहर लाल मंगलवार शाम छह बजे तक कुरुक्षेत्र जिले में रहे. सीएम मनोहर लाल ने अपना पहला जनसंवाद घुरला गांव में आयोजित किया.
जनसंवाद कार्यक्रम की शुरुआत करने से पहले सीएम मनोहर लाल ने महर्षि मार्कंडेश्वर मंदिर में भगवान शिव का पूजन किया और फिर गांव के लिए रवाना हो गए. साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं, जिसको लेकर चुनावी राजनीति शुरू हो गई है, वहीं सीएम भी अपनी पृष्ठभूमि मजबूत करने में लगे हैं.
दूसरा जनसंवाद ज्योतिसर खेल मैदान में होगा
सीएम मनोहर लाल का दूसरा जनसंवाद कार्यक्रम ज्योतिसर खेल मैदान में होगा, उसके बाद अंतिम व तीसरा जनसंवाद सामुदायिक केंद्र ग्राम अभिमन्युपुर में होगा.
साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं, जिसके चलते सीएम अपने जनसंवाद कार्यक्रम के जरिए लोगों की नब्ज महसूस कर रहे हैं. क्योंकि लंबे समय से ग्रामीण क्षेत्र के लोग किसान आंदोलन और ई टेंडरिंग को लेकर भाजपा से खासे नाराज थे। जिससे ग्रामीण जनता ने भाजपा का काफी विरोध किया। इसलिए सीएम आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपनी पृष्ठभूमि मजबूत करने में जुटे हुए हैं.