Spreadtalks Webteam: बाहुबली जाफराबादी भैंस गुजरात के गिर के जंगलों की है। यह भैंस एक ब्यांत में 3000 लीटर से ज्यादा दूध देने की क्षमता रखती है। यह प्रतिदिन 30 लीटर तक दूध दे सकती है। पशुपालन विभाग के मुताबिक यह भैंसा शेरों से भी लड़ सकता है। ‘शेरों को टक्कर दे सकती है ये भैंस’…. इसे पढ़कर आपको जल्द यकीन नहीं होगा, लेकिन यह बात बिल्कुल सही है। देश में भैंस की एक ऐसी नस्ल पाई जाती है, जो बेहद ताकतवर मानी जाती है। शेर से भी लड़ने का दम रखता है ये भैंसा इसके अलावा इस भैंस की दूध उत्पादन क्षमता भी काफी अच्छी होती है। पशुपालक इसे अपने बेड़े में शामिल कर भारी मुनाफा कमा सकते हैं।
जाफराबादी भैंस पालन में बंपर मुनाफा
एक ब्यांत में यह भैंस 3 हजार लीटर तक दूध देती है। यह गुजरात के गिर के जंगलों से संबंधित है। यह भैंस एक ब्यांत में 3000 लीटर से ज्यादा दूध देने की क्षमता रखती है। यह प्रतिदिन 30 लीटर तक दूध दे सकती है। इस नस्ल की अन्य भैंसों की तुलना में वसा की मात्रा अधिक होती है। इस भैंस के शरीर का औसत वजन 750 से 1000 किलोग्राम तक होता है। औसतन यह एक ब्यांत में तीन हजार लीटर तक दूध दे सकती है। बता दें कि इस एक भैंस की कीमत करीब 1 लाख रुपए से भी ज्यादा है।
खानपान और आराम का ध्यान रखना जरूरी है
अगर आप इस भैंसे को अपने बेड़े में शामिल करना चाहते हैं तो इनके खान-पान और आराम का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आहार में दाना और चारे के बीच संतुलन होना चाहिए। जितना हरा चारा जरूरी है, उतना ही जरूरी अनाज भी है। इससे यह भैंसा जरूर शक्तिशाली बनेगा। साथ ही इसमें दुग्ध उत्पादन की क्षमता भी बढ़ेगी।
कैसे करें इस भैंस की पहचान?
इस भैंसे का सिर काफी बड़ा होता है। सींग भारी वजन के साथ सपाट होते हैं। सींग गर्दन के किनारों पर गिरते हैं और कानों तक ऊपर की ओर जाते हैं जो एक अधूरे कुंडल की तरह मुड़े हुए होते हैं। इनकी लम्बाई अधिक होती है। जबकि मुर्रा भैंस जितना लंबा है। शारीरिक शक्ति और दूध देने की क्षमता को देखते हुए इसे भैंसों का बाहुबली कहा जाता है।
जाफराबादी भैंस पालन में बंपर मुनाफा
किसान अगर डेयरी व्यवसाय से अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो इस भैंस से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. डेयरी खोलने के लिए सरकार द्वारा लोन भी दिया जाता है। इसके बच्चे भी बहुत जल्दी बड़े हो जाते हैं। इन्हें बेचने से भी अच्छा मुनाफा होता है। कुल मिलाकर माना जाए तो जाफराबादी भैंस पालन से होने वाला मुनाफा लाखों में पहुंच सकता है.