Spreadtalks Webteam : मुंबई: नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड National High Speed Rail Corporation Limited (NHSRCL) की ओर से टेंडर अवॉर्ड हो जाने के बाद बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स Bandra Kurla Complex (BKC) में जल्द ही एक अंडरग्राउंड टर्मिनस स्टेशन Underground Terminus Station के निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। बीकेसी के इस अंडरग्राउंड स्टेशन में 6 प्लैटफॉर्म होंगे। हर एक प्लैटफॉर्म की लंबाई 425 मीटर होगी।
Bullet Train Updates: इन दिनों मुंबई में दर्जनों बड़े प्रॉजेक्ट का काम तेजी से चल रहा है। इसमें सभी मेट्रो कॉरिडोर, कोस्टल रोड और एमटीएचएल जैसे प्रॉजेक्ट हैं। अब जल्द ही बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में देश के सबसे बड़े प्रॉजेक्ट का काम शुरू होने वाला है। ये है बुलेट ट्रेन के लिए बीकेसी स्टेशन का काम जिसका टेंडर अवॉर्ड हो चुका है। इस साल की शुरुआत में खुली वित्तीय निविदा में मैसर्स मेघा इंजिनियरिंग ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर्स और हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (जॉइंट वेंचर) ने सबसे कम 3,681 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी।
नैशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) के अनुसार हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी (HCC) और मैसर्स एमईआईएल मिलकर स्टेशन का निर्माण करेगी। काम की शुरुआत होने पर स्टेशन को पूरी तरह बनकर तैयार होने में 54 महीने लगेंगे। मुंबई से साबरमती के बीच में ये एक मात्र अंडरग्राउंड स्टेशन होगा। महाराष्ट्र में अब तक इस प्रॉजेक्ट के लिए 13.72% काम हुआ है, जबकि गुजरात में 32.93% काम हो चुका है।
कब से शुरू हो रहा है काम
NHSRCL के अनुसार कंस्ट्रक्शन के लिए कंपनी तय हो चुकी है, जल्द ही इनके साथ अग्रीमेंट बनेगा। अग्रीमेंट बनने के एक सप्ताह के भीतर सॉइल टेस्टिंग और युटिलिटी सर्वे जैसे काम शुरू हो जाएंगे। इस जमीन से किसी का पुनर्वसन नहीं करना है, इसलिए काम तेजी से शुरू होगा। मुंबई में स्टेशन के अलावा अंडर ग्राउंड टनलिंग का काम भी होगा। कंस्ट्रक्शन कंपनी को कुल 4.85 हेक्टेयर क्षेत्र में काम करना है।
बुलेट के लिए होंगे 6 प्लैटफॉर्म
NHSRCL के अनुसार बीकेसी के इस अंडरग्राउंड स्टेशन में 6 प्लैटफॉर्म होंगे। प्रत्येक प्लैटफॉर्म की लंबाई 425 मीटर होगी। भारतीय रेल में 26 डिब्बों की गाड़ी के लिए प्लैटफॉर्म की लंबाई करीब 550 मीटर होती है। हाई स्पीड ट्रेन के लिए 16 कोच के हिसाब से प्लैटफॉर्म बनाया जा रहा है। इस स्टेशन को रोड और मेट्रो से कनेक्टिविटी दी जाएगी। बीकेसी की इस जमीन पर शाफ्ट बनाकर टनल बोरिंग मशीन को प्रवेश कराया जाएगा।
जमीन से 24 मीटर नीचे दौड़ेगी बुलेट
बीकेसी स्टेशन की कुल ऊंचाई 60 मीटर होगी, लेकिन ग्राउंड लेवल के 24 मीटर नीचे बुलेट ट्रेन दौड़ेगी। स्टेशन के प्रवेश द्वार पर अरब सागर को दर्शाती विशेष थीम होगी, जिसमें बादल और उछलती लहरों के चित्र होंगे। इसमें तीन फ्लोर होंगे, जिसमें प्लैटफॉर्म, स्टेशन परिसर और सर्विस फ्लोर शामिल हैं। स्टेशन से जुड़ने के लिए दो प्रवेश-निकास द्वार होंगे। यात्री सुविधाओं में सुरक्षा व्यवस्था, टिकटिंग, वेटिंग एरिया, बिजनेस क्लास लाउंज, रेस्ट रूम, स्मोकिंग रूम और सूचना पटल इत्यादि शामिल होंगे।
मेट्रो से जुड़ेगी बुलेट
बीकेसी स्टेशन से मेट्रो लाइन 2B को कनेक्टिविटी दी जाएगी। स्टेशन को इस तरह से तैयार किया जाएगा, ताकि यात्रियों की आवाजाही के लिए पर्याप्त स्थान मिल सके। मेट्रो, बस, ऑटो और टैक्सी से पर्याप्त कनेक्टिविटी दी जाएगी। इसके अलावा यात्रियों को अन्य परिवहन व्यवस्थाओं तक पहुंचने में कोई परेशानी नहीं होगी।
इस परियोजना के लिए NHSRCL 98.87% भूमि अधिग्रहण कर चुकी है। इसमें से गुजरात में 98.91%, दादरा नगर हवेली में 100% और महाराष्ट्र में 98.76% भूमि अधिग्रहण हुआ है। हाल ही में बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा इस परियोजना के लिए मैंग्रोव काटने की सशर्त अनुमति मिली थी। इसके बाद बीकेसी से शीलफाटा के बीच जमीन के नीचे 21 किमी तक सुरंग बनाने का काम शुरू हो रहा है। इसमें से 7 किमी सुरंग समंदर में बननी है।