Spreadtalks Webteam: नई दिल्ली:- Chanakya Niti – हम अक्सर अपनी उम्र को लेकर नई-नई दवाइयां लगाते हैं, ताकि हम अपनी खूबसूरती को बरकरार रख सकें और उम्र के बाद भी जवान दिखें और हमारी खूबसूरती पर कोई दाग न लगे। आचार्य ने अपने नीति शास्त्र में बताया है कि कुछ नियम ऐसे होते हैं जिनके अनुसार स्त्री-पुरुष हमेशा जवान रह सकते हैं।
पुरुषों और महिलाओं को जीवन भर जवान रखती हैं ये चीजें, नहीं दिखेगा बुढ़ापा, न करें नजरअंदाज आचार्य चाणक्य ने अपने चाणक्य नीति अध्याय में कई बातें बताई हैं। लोग इसका पालन कर सकते हैं और बिना किसी परेशानी के अपना जीवन व्यतीत कर सकते हैं। आचार्य ने एक ऐसी बात भी बताई है जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे कि हम अक्सर अपनी उम्र के हिसाब से नई-नई दवाइयां लगाते हैं, ताकि हम अपनी खूबसूरती बरकरार रख सकें और उम्र के बाद भी जवान दिखें और हमारी खूबसूरती में कोई फर्क न पड़े। आचार्य ने अपने नीति शास्त्र में खुलासा किया है कि कुछ नियम ऐसे होते हैं जिनके पालन से स्त्री-पुरुष हमेशा जवान रह सकते हैं।
आचार्य के 17वें श्लोक के अनुसार बताया गया है कि “लगातार हिलने-डुलने से कमजोरी और थकान महसूस होती है। लेकिन दिन-ब-दिन यह आपको बुढ़ापे के करीब लाता है। परन्तु यदि घोड़े को चलने न दिया जाय तो वह घोड़ा बैठने में कमजोर हो जायेगा जिससे उसका शरीर धीरे-धीरे छूट जायेगा। वह वृद्धावस्था की ओर बढ़ता चला जाएगा, क्योंकि घोड़े का दौड़ना उसे जवान बनाए रखता है। ऐसा न होने पर वह शीघ्र ही वृद्धावस्था का शिकार हो जाता है।
आचार्य के 17वें श्लोक में वृद्धावस्था के शिकार होने का कारण बताया है
आचार्य के 17वें श्लोक के अनुसार बताया गया है कि “लगातार हिलने-डुलने से कमजोरी और थकान महसूस होती है। लेकिन दिन-ब-दिन यह आपको बुढ़ापे के करीब लाता है। परन्तु यदि घोड़े को चलने न दिया जाय तो वह घोड़ा बैठने में कमजोर हो जायेगा जिससे उसका शरीर धीरे-धीरे छूट जायेगा। वह वृद्धावस्था की ओर बढ़ता चला जाएगा, क्योंकि घोड़े का दौड़ना उसे जवान बनाए रखता है। ऐसा न होने पर वह शीघ्र ही वृद्धावस्था का शिकार हो जाता है।
आचार्य चाणक्य ने अपने श्लोकों में बताया है कि स्त्री शीघ्र ही वृद्धावस्था की शिकार हो जाती है, जो अपने पति से प्रेम नहीं करती, वह प्राय: जल्दी बूढ़ी हो जाती है। अचार बताते हैं कि कोई भी काम जो करना होता है अगर उस तरह से न किया जाए तो धीरे-धीरे खत्म होने लगता है। इसके बाद अगर कोई कपड़ा धूप में रखा जाए और उसे हटाया न जाए तो धीरे-धीरे उसका रंग उतर जाता है और वह दोबारा पहनने लायक नहीं रहता।
आचार्य चाणक्य ने अपने श्लोकों में बताया है कि स्त्री शीघ्र ही वृद्धावस्था की शिकार हो जाती है, जो अपने पति से प्रेम नहीं करती, वह प्राय: जल्दी बूढ़ी हो जाती है। अचार बताते हैं कि कोई भी काम जो करना होता है अगर उस तरह से न किया जाए तो धीरे-धीरे खत्म होने लगता है। इसके बाद अगर कोई कपड़ा धूप में रखा जाए और उसे हटाया न जाए तो धीरे-धीरे उसका रंग उतर जाता है और वह दोबारा पहनने लायक नहीं रहता।