Spreadtalks Webteam: Fertilizer Subsidy 2023: हरियाणा समेत देश में करोड़ों किसानों (Farmers) के लिए राहत भरी खबर है। किसानों को पहले की तरह ही खाद (फर्टिलाइजर्स) पर सब्सिडी मिलती रहेगी। हरियाणा समेत देश में करोड़ों किसानों (Farmers) के लिए राहत भरी खबर है।
जानकारी के मुताबिक़ केंद्र सरकार के पास फिलहाल फर्टिलाइजर्स पर से सब्सिडी में कटौती करने का कोई प्रस्ताव नहीं है।
रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने संसद में एक सवाल का जवाब देते हुए बताया कि उनकी सरकार के पास देश में फॉस्फेटिक और पोटाश (पीएंडके) फर्टिलाइजर्स पर से सब्सिडी कम करने की कोई मंशा नहीं है।
दरअसल, केंद्र सरकार ने पीएंडके (फॉस्फेटिक और पोटाश) फर्टिलाइजर्स पर से सब्सिडी कम करने की जरूरत को समझने के लिए अभी तक किसी प्रकार का कोई विश्लेषण नहीं किया है
यही वजह है कि उसने खाद पर से सब्सिडी कम करने की कोई योजना नहीं बनाई है।
केंद्र सरकार फर्टिलाइजर्स पर देती है भारी सब्सिडी
जानकारी के लिए आपको बता दें कि भारत सरकार (Indian Government) किसानों को कम क़ीमत पर खाद उपलब्ध करवाने के लिए प्रति वर्ष हजारों करोड़ रुपए खर्च सब्सिडी प्रदान करती है। अगर, केंद्र सरकार किसानों पर दी जाने वाली खाद से सब्सिडी हटा दे तो किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में यूरिया खरीदना मुश्किल हो जाएगा।
ऐसे में किसान अपने खेतों में उर्वरक का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे और फसलों के उत्पादन में भारी गिरावट आ जाएगी। जिससे किसानों की आमदनी तो घटेगी ही सरकार को भी विदेशों से अनाजों का अधिक आयात करना पड़ेगा।
ये है वर्तमान में खाद के दाम
Fertilizer Subsidy 2023: केंद्र सरकार देश के किसानों को उनकी जरुरत के मुताबिक खाद मुहैया करवाने के लिए विदेशों से उर्वरक आयात करती है। यूरिया की अंतर्राष्ट्रीय की क़ीमत की बात करें तो 2450 रुपये प्रति बैग जबकि डीएपी खाद की कीमत 4073 रुपये प्रति बैग है।
आइये देखें, उर्वरकों की अंतर्राष्ट्रीय कीमत और भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के बाद की कीमत क्या कुछ है।
उर्वरक अंतर्राष्ट्रीय मूल्य अधिकतम खुदरा मूल्य सब्सिडी
यूरिया (आयातित) 2450 266.50 2183.50
DAP 4073 1350 2501
NPK 3291 1470 1918
MOP 2654 1700 759
ऐसे में यदि सरकार द्वारा खाद (फर्टिलाइजर्स) से सब्सिडी को हटा दिया जाये या उसमें कटौती कर दी जाये तो किसान इसे नहीं खरीद पाएंगे। जानकारी के मुताबिक़ अन्य देशों में वहां की सरकारी उर्वरकों पर भारत सरकार के जितनी सब्सिडी नहीं देती हैं।
साल 2022 में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में 1 बोरी यूरिया की कीमत 791 रुपये प्रति बैग थी। जबकि बांग्लादेश में 1 बोरी यूरिया की कीमत 719 रुपये थी।
वहीं, सबसे ज्यादा खाद की कीमत चीन में बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक़ चीन में एक बोरी यूरिया खाद के लिए वहां के किसानों को भारत से 8 गुना ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है।