Spreadtalks Webteam:- हरियाणा के चरखी दादरी में चल रहे पशुधन प्रदर्शनी मेला में पशुओं ने रैंप पर ‘कैटवॉक’ किया. साथ ही खूबसूरती और फैशन के जलवे बिखेरे. इस अनूठी फैशन परेड में अनेक प्रजातियों के पशुओं ने भाग लिया. इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ मेला में गाय को हरा चारा और गुड़ खिलाया और पशुपालकों का हौसला बढ़ाया.
ग्रामीण इलाकों में किसान खेती के साथ पशुपालन करके अपनी आय में बढ़ोतरी कर रहे हैं। पशुपालन और दुग्ध उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए सरकार भी किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए सरकार की ओर से राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना चला रखी है। इसके तहत पशुपालक किसानों को लाभ प्रदान किया जाता है। अब पशुपालकों को सरकार ने क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी प्रदान कर दी है जिससे वे आसानी से बैंक से कम ब्याज पर लोन ले सकते हैं।
इसी के साथ सरकार की ओर से पशुपालन और डेयरी उद्योग को बढ़वा देने के उद्देश्य से पशुपालकों को प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाता है। इसके लिए प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा सरकार समय-समय पर पशुपालक किसानों के लिए मेला प्रतियोगिता का आयोजन भी करती है जिसमें उन्नत नस्ल के पशुओं के प्रदर्शन के साथ ही उनकी खरीद फरोख्त भी की जाती है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पशुओं की देखभाल हेतु प्रदेश में छः पॉलीक्लीनिक बनाये जाएंगे। चरखी दादरी में भी एक पॉलीक्लिनिक बनाया जाएगा। वर्तमान में 7 पॉलीक्लिनिक कार्यरत हैं। इसके अलावा, प्रदेश में गौ वंश की देखभाल के लिए गौ सेवा आयोग के बजट में 10 गुणा बढ़ोत्तरी करके 400 करोड़ रुपये कर दिया है। मुख्यमंत्री आज चरखी दादरी में 39वीं हरियाणा पशुधन प्रदर्शनी-2023 के समापन अवसर पर संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री ने पशुधन प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। इस मौके पर कृषि एवं किसान कल्याण तथा पशुपालन मंत्री श्री जे पी दलाल और पूर्व कृषि एवं किसान कल्याण और पशुपालन मंत्री श्री ओम प्रकाश धनखड़ उपस्थित थे।
पशुओं को बांधने की मिलेगी जगह
सीएम इस दौरान सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि पशुपालन को प्रोत्साहन देने के लिए हरियाणा सरकार एक अप्रैल से गांवों में सांझा डेयरी का शुभारंभ करने जा रही है. सहकारिता विभाग के तत्वावधान में चलाई जाने वाली इस योजना के तहत लोगों को पशुपालन के लिए पशुओं को बांधने की जगह मिल सकेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत जिन परिवारों की आय 1 लाख रुपये से कम है, उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत अधिकतर परिवार पशुपालन के काम में आगे आ रहे हैं, जिनकी सहायता के लिए बैंकों के माध्यम से इन परिवारों को ऋण दिलवाया जा रहा है। इस साल 2 लाख परिवारों की आमदनी बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए पशुपालन या अन्य किसी कार्य के लिए इन 2 लाख परिवारों के लिए 2000 करोड़ रुपये रिर्जव रखा गया है।
सांझी डेयरी से पशुपालकों को मिलेगी पशुओं को रखने की जगह – मनोहर लाल ने कहा कि वर्ष 2023-24 के बजट में एक नया प्रोजेक्ट सांझी डेयरी की परिकल्पना की गई है। इस परियोजना के तहत पंचायत की जमीन पर एक शेड बनाया जाएगा, जिसमें पशुपालक, जिनके पास अपने पशु बांधने के लिए जगह नहीं है, वे इस कॉमन शेड में अपने पशुओं को रख सकेंगे। सहकारिता विभाग द्वारा इस कार्य को किया जाएगा। 1 अप्रैल, 2023 से इस योजना को लॉन्च किया जाएगा।
प्रदेश सरकार ने गौ वंश की सुरक्षा के लिए बनाए कड़े कानून – मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने गौ वंश की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाए हैं। गौ हत्या करने पर 10 साल तक की सजा तथा जुर्माने का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 632 गौशालाएं है। गौ सेवा आयोग का गठन किया गया है। बेसहारा गौ वंश की देखभाल के लिए बजट में वृद्धि की गई है। इसमें उन गौशालाओं को अधिक बजट दिया जाएगा, जो बेसहारा गौ वंश की देखभाल करेंगी। पंचायत या अन्य संस्थाएं भी गौशाला बनाकर पशुओं की देखभाल करेंगी, उन्हें भी अनुदान दिया जाएगा।
ध उत्पादन में हरियाणा को इजराइल के बराबर पहुंचाने का संकल्प – कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ ने प्रदेश के पशुपालकों से आह्वान किया कि वे हरियाणा को प्रति पशु दूध उत्पादन में इजराइल के बराबर ले जाने का संकल्प लें। उन्होंने बताया कि लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय, हिसार के वैज्ञानिकों ने सरोगेटरी तकनीक से बछड़िया पैदा करने में सफलता हासिल की है। इसी प्रकार भैंस अनुसंधान द्वारा क्लोन से झोटा पैदा करने में भी सफलता हासिल की है। इससे निश्चित रूप से प्रदेश दूध उत्पादन में आगे बढ़ेगा।
गौ हत्या के खिलाफ सरकार ने बनाया कड़ा कानून
सांझा डेयरी योजना से मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के उन लाभार्थियों को भी लाभ होगा, जो पशुपालन से आजीविका कमाना चाहते हैं. साथ ही उन लोगों को भी लाभ मिलेगा, जिनके मकान में जगह कम होने की वजह से वे गाय या भैंस नहीं बांध पाते हैं. सीएम ने आगे कहा कि गौ हत्या के खिलाफ सरकार ने कड़ा कानून बनाया है. गौ संवर्धन के लिए सरकार ने प्रयास किया है. बेसहारा गौवंश के लिए गौशाला का बजट 40 करोड़ से बढ़ाकर 400 करोड़ रुपये किया है. सरकार ने मोबाइल पशु चिकित्सालय के लिए सात पॉली क्लीनिक बनाए हैं. इनमें 6 अभी कार्यरत हैं. सीएम ने घोषणा की करते हुए कहा कि हरियाणा में नए पॉली क्लीनिक बनाए जाएंगे. इसमें से एक चरखी दादरी में होगा.