Spreadtalks Webteam: हरियाणा : दिव्यांगजनों को विशेष लाभ देने के लिए हरियाणा सरकार ने दिव्यांग सर्टिफिकेट को यूनिक (यूनिक डिसएबिलिटी सर्टिफिकेट हरियाणा) बनाने की पहल की है। उनकी इस पहल से फर्जी प्रमाणपत्रों पर रोक लगेगी और हर विकलांग व्यक्ति का डाटा सीधे सरकार की पहुंच में होगा।
Haryana News – अब प्रत्येक विकलांग व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग से ही विकलांग प्रमाण पत्र बनवाना होगा। स्वास्थ्य विभाग एक विशेष मेले का भी आयोजन करने जा रहा है जिसमें सभी दिव्यांगजन अपना प्रमाण पत्र बनवा सकेंगे। हरियाणा सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को गाइडलाइंस जारी की है। हरियाणा सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस में कहा गया है कि विकलांग व्यक्ति के विकलांगता प्रमाण पत्र को देखकर एक यूनिक आईडी बनानी होगी. यूनिक आईडी बनने के बाद सरकार दिव्यांगजनों को योजना का लाभ देगी। विकलांग व्यक्ति सरकार से सरकारी प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकेंगे, साथ ही फर्जी प्रमाण पत्रों पर रोक लगेगी।
फर्जी प्रमाणपत्रों को लेकर बार-बार सरकार के पास शिकायतें जा रही थीं। सरकार अब इसमें पारदर्शिता लाना चाहती है। इसके लिए सरकार ने सर्टिफिकेट बनाने के साथ ही आईडी बनाने की भी बात कही है। आईडी बनने से पूरी जानकारी भी सरकार के पास रहेगी। आईडी बनवाने के लिए विकलांग व्यक्ति को स्वयं बोर्ड के सामने जाना होगा। बोर्ड निर्धारित प्रमाण पत्र को देखकर उसकी समीक्षा भी करेगा और एक यूनिक आईडी भी बनाएगा। कुल मिलाकर हरियाणा सरकार ने यूनिक डिसएबिलिटी सर्टिफिकेट अनिवार्य (हरियाणा में डिसेबिलिटी सर्टिफिकेट अनिवार्य) कर दिया है।
भिवानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रघुवीर शांडिल्य ने बताया कि यह यूनिक आईडी सभी दिव्यांगों की बनानी होगी. इसके बाद उसे सारे लाभ मिलते रहेंगे, लेकिन जो बनवाएगा उसके सभी लाभों पर सरकार रोक लगा देगी। दिव्यांग पेंशन हो या यात्रा या फिर दिव्यांग सरकारी कर्मचारी हर सुविधा बंद रहेगी. सरकार कर्मचारी के सभी लाभ भी बंद कर देगी। सरकार के इस फैसले का दिव्यांगों ने स्वागत किया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने सरकार से इस आईडी को ऑनलाइन करने की अपील की है.
ऐसे होगी जन्म तिथि सत्यापन
इसके अलावा इन विशेष शिविरों में जन्मतिथि का सत्यापन भी किया जाएगा ताकि वृद्धजनों को पेंशन लेने में परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके लिए 2017 से पहले बना वोटर कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र या स्कूल प्रमाण पत्र लाना जरूरी होगा। साथ ही परिवार पहचान पत्र में जाति भी सुधारी जाएगी। लोग अपने एमसी ऑफिस के अलावा ब्लॉक और डीआरडीए हॉल में बैठे क्रीड के कर्मचारियों से भी इसे ठीक करवा सकेंगे.
ये होगी इनमे जाति प्रमाण पत्र
पीपीपी में अगर कोई अपनी जाति सुधारना चाहता है तो उसे भी ठीक किया जाएगा। इसके लिए यदि परिवार में किसी के पास कोई पुराना जाति प्रमाण पत्र है तो उसे लाना और दिखाना होगा। उसी के आधार पर इसे ठीक किया जा सकता है। यह क्रीड स्टाफ द्वारा एमसी कार्यालय, डीआरडीए हॉल या बीडीपीओ कार्यालय में भी किया जाएगा।