Spreadtalks Webteam : नई दिल्ली:- रोडवेज की बसों का पहिया डीजल की बजाय बिजली से चार्ज होकर दौड़ेगा। बसों में एसी लगे होने से यात्री राहत भरा सफर कर सकेंगे। हरियाणा सरकार ने 10 जिलों में 800 इलेक्ट्रिक बसें शुरू करने का निर्णय लिया है। इनमें से 80 बसें यमुनानगर के हिस्से में आएंगी।
नए बस स्टैंड को लेकर तमाम बाधाएं भी आईं जिससे कई बार ड्राइंग में बदलाव किया गया। आखिरकार जुलाई में चीफ आर्किटेक्ट ऑफिस की तरफ से फाइनल ड्राइंग तैयार कर रोडवेज मुख्यालय को भेज दी गई थी। इसी बीच दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की वजह से वहां की सरकार ने बीए-4 वर्जन की बसों पर पाबंदी लगाने की बात कही थी। ऐसे में राज्य सरकार ने यात्रियों की सुविधा को लेकर बातचीत के बाद बीच का रास्ता निकालते हुए बेड़े में जल्द इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने का आश्वासन दिया था। इसको देखते हुए राज्य सरकार की ओर से एनसीआर के चार जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत इलेक्ट्रिक बसों का संचालन करने का निर्णय लिया है। इसके तहत गुड़गांव-फरीदाबाद के साथ रेवाड़ी को भी इस प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है।
इनमें एसी और नान एसी दोनों बसें होंगी। जिससे रोडवेज में बसों का बेड़ा बढ़ेगा और लोगों को यात्रा करने में सुगमता होगी। बसों को चार्ज करने की सुविधा बस स्टैंड पर उपलब्ध होगी। एक बार बैटरी चार्ज होने पर बस 200 किमी तक का सफर तय कर सकेगी। इन बसों में पहले से चल रही बसों के समान ही किराया लगेगा। जबकि एसी बसों में नार्मल किराया से थोड़ा अधिक किराया लगेगा।
बसों में मिलेगी ये खास सुविधा
यात्रियों को इन बसों में खास सुविधाएं मिलेंगी। इन बसों में 30 यात्रियों के बैठने की सुविधा होगी। यह बस 45 मिनट की चार्जिंग में 120 किमी चलेगी। साथ ही इनमें ध्वनि और वायु प्रदूषण शून्य होगा। बसों के आगे-पीछे 2 सीसीटीवी कैमरे होंगे। साथ ही स्टॉपेज के लिए एलईडी स्क्रीन होगी।
अभी केवल 4 रूट पर चलेगी बस
आनंद विहार से मुरादनगर : यह बस आनंद विहार से चलकर डाबर चौराहा, वैशाली, मेरठ रोड तिराहे से होकर मुरादनगर तक जाएगी। यह 33 किमी का रूट होगा। सफर में 2 घंटे लगेंगे। हर 15 मिनट पर इस रूट पर बस मिलेगी। कुल 10 स्टॉपेज होंगे।
फिलहाल रेवाड़ी डिपो के लिए 50 इलेक्ट्रिक बसों का आवंटन किया गया है। निकट भविष्य में इन बसों की संख्या 150 तक करने की संभावना है। इसी के मद्देनजर रोडवेज की तरफ से नए बस स्टैंड परिसर में 90 गज जमीन को चार्जिंग स्टेशन के लिए आरक्षित किया है। यहां पर बनने वाली बिल्डिंग में 170 के लगभग चार्जिंग प्वाइंट लगाए जाने की क्षमता तय की गई है। चार्जिंग प्वाइंट के लिए रैकनुमा मशीनें होंगी जिनको ऑन करने के बाद बसों को बिल्डिंग के बाहर खड़ी करके चार्ज किया जाएगा। इससे एक बार में ही रोडवेज की सभी बसों को चार्ज किया जा सकेगा।
रेवाड़ी डिपो के लिए 50 बसों का किया गया आवंटन
रेवाड़ी डिपो के लिए मुख्यालय की तरफ से 50 बसों का आवंटन किया गया है। इनकी खरीद प्रक्रिया भी चल रही है। ऐसे में संभावना है कि जून में रेवाड़ी डिपो को इन बसों की खेप मिल जाएगी। इसी वजह से शहर के सेक्टर-12 में बनाए जा रहे नए बस स्टैंड पर चार्जिंग स्टेशन का प्रावधान किया गया है। इसी के चलते तैयार की गई ड्राइंग में अब चार्जिंग स्टेशन साइट भी तय कर दी गई है। इसके अलावा अब ड्राइंग से संबंधित तमाम प्रक्रियाओं के पूर्ण किया जा चुका है। इससे पहले चीफ आर्किटेक्ट, पीडब्ल्यूडी सहित रोडवेज के अधिकारी साइट का सर्वे भी कर चुके हैं। अब चीफ आर्किटेक्ट कार्यालय की तरफ से नई ड्राइंग बनाकर रोडवेज मुख्यालय को भेजी जाएगी। इसको मंजूरी मिलते ही डीपीआर तैयार होगी।
दूसरे जिलों को भी जोड़ सकेंगी बसें
फिलहाल इन बसों का संचालन नगर निगम एरिया में करने की योजना तैयार की जा रही है। लेकिन इन बसों को दूसरे जिलों तक भी भेजा जा सकता है। जिससे यात्रियों को और फायदा होगा। हरियाणा में एक से दूसरे जिले की दूरी इतनी अधिक नहीं है और बस 200 किलोमीटर तक चल सकेगी। ऐसे में बसों के माध्यम से दूसरे जिलों को भी जोड़ा जा सकता है। इन बसों के संचालन से जहां महंगे डीजल से निजात मिलेगी। वहीं, पर्यावरण संरक्षण की आेर भी सरकार का अच्छा कदम है।
वर्जन
चीफ आर्किटेक्ट ऑफिस की तरफ से तैयार की गई ड्राइंग में फिर बदलाव कराया गया है। डिपो को जून में 50 नई इलेक्ट्रिक बसें मिलनी हैं जिसके लिए डिपो में ही चार्जिंग स्टेशन तैयार किया जाना है। पहले ड्राइंग में यह शामिल नहीं था लेकिन अब इसे शामिल किया गया है। अब जल्द ही ड्राइंग फाइनल हो जाएगी जिसके बाद डीपीआर तैयार की जाएगी।