Spreadtalks Webteam: Mid Day Meal हरियाणा सरकार (Government of Haryana) राज्य के लोगों के लिए बड़े फैसले लेती है, वहीं राज्य के बच्चों के लिए सरकार द्वारा कई फैसले लिए जाते हैं। अब हाल ही में सरकार की तरफ से एक बड़ा फैसला लिया गया है जिसका फायदा हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को मिलने वाला है। बताया जा रहा है कि हरियाणा में फिर से मिड-डे मील की सेवाएं शुरू होने जा रही हैं.
शिक्षकों के विरोध के चलते शिक्षा विभाग ने फैसला वापस लेते हुए स्कूलों के खातों में राशि जमा कराने का निर्देश दिया. जून माह में ग्रीष्मावकाश के कारण विद्यार्थियों को मध्यान्ह भोजन उपलब्ध नहीं कराया गया है। अब छुट्टियों के बाद जैसे ही विद्यार्थी स्कूल पहुंचेंगे, विद्यार्थियों को मध्यान्ह भोजन मिलना शुरू हो जाएगा। जिले में पहली से आठवीं कक्षा तक के करीब 350 स्कूलों में 70 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।
डेढ़ साल बाद योजना शुरू हुई
प्रदेश में डेढ़ साल बाद फिर से मध्यान्ह भोजन की सुविधा शुरू की जा रही है, ताकि बच्चों को सूखा राशन देने के बजाय सिर्फ पका हुआ खाना ही दिया जा सके. वहीं सरकार ने भी इसके लिए स्कूल प्रशासन को सख्त निर्देश जारी किया है। सभी से इस मामले में ढिलाई नहीं बरतने की अपील भी की गई है।
हरियाणा में फिर से मिड डे मील शुरू होगा
हरियाणा सरकार के बच्चों के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया है, जिसमें अब हरियाणा के सरकारी स्कूलों में फिर से मिड-डे मील की सेवा शुरू होने जा रही है. अब एक जुलाई से बच्चों को सूखा राशन की जगह सिर्फ पका हुआ खाना दिया जाएगा, जिससे बच्चे स्कूल में ही भरपेट खाना खा सकेंगे. सरकार की ओर से साफ कर दिया गया है कि अब इस मामले में ढिलाई बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एक जुलाई से मिड डे मील मिलेगा
एक जुलाई से सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को मिड-डे मील मिलना शुरू हो जाएगा। इसके लिए निदेशालय ने पत्र जारी किया है। मिड-डे मील की राशि भी स्कूलों के खातों में भेजी जाएगी, जिससे राशन खरीदा जाएगा।
बच्चों को पका हुआ भोजन मिलेगा
निर्देश में साफ तौर पर कहा गया है कि अब स्कूल खुलते ही बच्चों को सूखा राशन नहीं दिया जाएगा और उन्हें स्कूल में ही पका हुआ खाना मिल जाएगा. इसकी तैयारी के निर्देश पहले ही दे दिए गए हैं। निर्देश में खाद्य सामग्री जैसे दूध, सब्जी व अन्य सामान भी एकत्रित करने को कहा गया है ताकि अंत समय में कोई परेशानी न हो.