Rajasthan News: दौसा के मंडप में पहुंचे दूल्हे को दहेज में बोलेरो मांगना महंगा पड़ गया। दुल्हन पक्ष ने उसकी जमकर पिटाई की, उसके कपड़े तक फाड़ डाले। मामला यहीं शांत नहीं हुआ। दूल्हे के चाचा को भी पकड़ लिया गया और उनके साथ मारपीट भी की गई। धीरे-धीरे विवाद बढ़ता गया। स्थिति बिगड़ती देख बारात भाग खड़ी हुई। बाद में पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
मंडावर थाने के कैलाश चंद ने बताया कि एक मई को नंगल गांव के लखन मीणा की पुत्री निशा (24) का विवाह बेजूपाड़ा थाना क्षेत्र के झूटाहेड़ा निवासी कैलाश मीणा के पुत्र विजेंद्र (28) के साथ होना था, दोनों गांवों की दूरी करीब 11 किमी है। विजेंद्र के परिजन सोमवार की शाम सात बजे बारात लेकर नंगल गांव पहुंचे। यहां गांव में पहली बारात निकाली गई। रात नौ बजे फेरे होने थे और दुल्हन पक्ष के लोगों ने इसकी पूरी तैयारी कर ली थी।
लड़की के पिता लखन मीणा ने बताया कि रात नौ बजे फेरे से पहले दूल्हे ने मंडप में रुपये समेत बोलेरो की मांग की और कहा कि वह इन दोनों से मिलने के बाद ही फेरा लेगा। इस पर दोनों पक्षों में तनाव हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि दुल्हन के परिजनों और रिश्तेदारों ने दूल्हे विजेंद्र और उसके चाचा पप्पूलाल मीणा की पिटाई कर दी। फटे कपड़े। दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गए। माहौल बिगड़ता देख दूल्हे के साथ आई बारात मौके से फरार हो गई।
विजेंदर के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। जब परिजन दोबारा पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे तो पता चला कि वधू पक्ष के लोगों ने चाचा-भतीजे दोनों को बंधक बनाकर अपने पास रख लिया है, इस पर पुलिस के दुवारा दोनों को छुड़वाया गया।
मंगलवार को यह मामला समाज के पंचों तक पहुंच गया। इस दौरान नांगल गांव के मीना समाज के पंचों ने निशा की शादी की जिम्मेदारी संभाली है। समाज के पंच पटेलों का कहना है कि पांच मई को दूसरे दूल्हे को देखकर दुल्हन के हाथ पीले हो जाएंगे। दूल्हे के पिता कैलाश दिल्ली में सरकारी नौकरी करते हैं। बेटा विजेंदर अपने पिता के साथ रहता है। बेटे की शादी के लिए ही परिवार अपने गांव आया हुआ था। लड़का और लड़की दोनों बीए पास हैं।