Spreadtalks Webteam : नारनौल :- First Ropeway In Haryana: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले का पहला रोपवे (नारनौल) ढोसी हिल्स पर बनेगा। इसका निर्माण नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड के तत्वावधान में एक निजी कंपनी द्वारा किया जाएगा। पहाड़ को जमीन से कवर करने वाले रोपवे की लंबाई करीब 900 मीटर होगी और इस पर 58.33 करोड़ रुपये खर्च होंगे। एनएचएएमएल ने रोपवे के निर्माण के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं जो इस महीने के अंत में खोली जाएंगी। टेंडर के बाद निर्माता कंपनी को 24 महीने यानी दो साल में रोपवे तैयार करना होगा।
जिले का पहला रोपवे हरियाणा के नारनौल में धोसी हिल्स पर बनेगा। इसका निर्माण नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड) के तत्वावधान में एक निजी कंपनी द्वारा किया जाएगा। जमीन से पहाड़ को कवर करने वाले रोपवे की लंबाई करीब 900 मीटर होगी और इस पर 58.33 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
एनएचएएमएल ने रोपवे के निर्माण के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं, जो इस महीने के अंत में खोली जाएंगी। टेंडर के बाद निर्माता कंपनी को 24 महीने यानी दो साल में रोपवे तैयार करना होगा।
23 अक्टूबर, 2021 को राज्य के सीएम मनोहरलाल ढोसी हेलीकॉप्टर की मदद से पहाड़ पर पहुंचे। फिर प्रदेश के एकमात्र पर्वत धोसी स्थित विभिन्न तीर्थ स्थलों का भ्रमण किया और जनप्रतिनिधियों सहित उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। इसी दौरे में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि धोसी को पर्वतारोहण पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना तैयार करें.
जिसके चलते अधिकारियों की टीमों ने बार-बार वहां का दौरा किया और अब आखिरकार रोपवे के जरिए लोगों को पहाड़ पर ले जाने की योजना को अंतिम रूप दिया गया है. इसी योजना को लागू करने के लिए एनएचएलएमएल विभाग रोपवे और उसका स्टेशन बनाने की कोशिश कर रहा है।
इसके तैयार होने पर ढोसी जिले के बड़े पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित हो सकेगा। नंगल चौधरी विधायक डॉ. अभय सिंह यादव ढोसी पहाड़ को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की कोशिश कर रहे हैं और मुख्यमंत्री को इस पहाड़ तक लाने की जिम्मेदारी भी उन्हीं की थी, जो अब उफनती नजर आ रही है.
एनएचएलएमएल ने देश में अलग-अलग जगहों पर अन्य रोपवे प्रोजेक्ट तैयार किए हैं। ढोसी हिल्स डीपीआर के तहत तैयार किए जा रहे 13 प्रोजेक्टरों में से नौवां है और इसका निर्माण हाइब्रिड एन्युटी मोड के तहत किया जाएगा। हाइब्रिड एन्युइटी मोड के तहत, सरकार उस कंपनी को काम की कुल लागत का 60 प्रतिशत प्रदान करेगी जो रोपवे के निर्माण का कार्य करेगी। बाकी निवेश संबंधित कंपनी को खुद से करना होगा।
रोपवे हाईब्रिड एन्यूटी मोड पर बनाया जाएगा
रोपवे का निर्माण हाइब्रिड एन्यूटी मोड के तहत किया जाएगा। हाइब्रिड एन्युइटी मोड के तहत, सरकार उस कंपनी को काम की कुल लागत का 60 प्रतिशत प्रदान करेगी जो रोपवे के निर्माण का कार्य करेगी। शेष निवेश संबंधित कंपनी को अपनी ओर से करना होगा। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इस माह के अंत तक या अगले माह की शुरुआत में टेंडर खोल दिए जाएंगे।
ढोसी पर्वत महर्षि च्यवन का निवास स्थान है
ढोसी की पहाड़ी वैदिक काल के ऋषि च्यवन का निवास स्थान है। यहां तपस्या करते हुए उन्होंने सबसे पहले च्यवनप्राश बनाया। ढोसी पहाड़ पर एक सुन्दर जलाशय है। इसके अलावा ढोसी पर्वत का उल्लेख हिंदुओं के कई पवित्र ग्रंथों जैसे ब्राह्मणों, महाभारत और पुराणों में मिलता है। महाकाव्य महाभारत में इस पर्वत की विशेषताओं का वर्णन किया गया है जैसे तीन अलग-अलग चोटियाँ और तीन बारहमासी झरने आदि। ऐसा कहा जाता है कि पांडवों ने भी अपने वनवास के दौरान कुछ समय यहाँ बिताया था। सोमवती अमावस्या पर धोसी पर बने कुंड में स्नान का विशेष महत्व है।
ढोसी के पहाड़ को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना पर काम किया जा रहा है। सबसे पूर्वी पहाड़ पर रोपवे लगाने का काम किया जा रहा है। नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड ने रोपवे बनाने के लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। टेंडर खुलने के बाद रोपवे बनाने का काम शुरू किया जाएगा।